मृगेंद्र पांडेय
आमिर खान की धोबी घाट एक शाट में निपट गई। कई लोगों ने कहा कि घाट के नजारे की झलक मिली, देखने को तो मिला ही नहीं। रविवार को शहर के मल्टीप्लेक्स में धोबीघाट देखने के लिए कम ही दर्शक नजर आए। समीक्षक लगातार कह रहे हैं कि पहले तीन दिन में ही कारोबार कर लिया, लेकिन वो पहले तीन दिन कौन से हैं, यह पता नहीं चला।
शुक्रवार को रिलिज डेढ घंटे की नान स्टाप फिल्म। पापकान खाने का समय भी नहीं दिया। एक मित्र अंधेरे में दूसरे के पैरों में अपना पैर फंसा बैठे। गिरे, लेकिन गंभीरता इतनी हावी थी कि किसी ने संवेदना तक नहीं व्यक्त की। सीन चूहे मारते फोटो लेती हिरोइन और हिरोइन को देखकर भागता हीरो नंबर दो। नंबर दो इसलिए क्योंकि हम जहां से खडे होते हैं लाइन वहीं से षुरू होती है। ऐसे में आमिर ही नंबर वन होंगे।
पूरी फिल्म में एक चीज समझ में नहीं आई। अगर किसी को समझ आई हो तो जरूर बताएं। आमिर जो तीन डीवीडी देख रहे थे, उसका क्या हुआ। क्या हीरो नंबर दो का दोस्त ही उस खूबसूरत महिला का पति था। या कोई और। यहां लगता है कि कुछ छूट गया। या फिर शयद मैं पकड ही नहीं पाया। बहरहाल इस समय धोबी घाट देखने के बाद इंडन ओशन के गाने सुन रहा हूं। काफी मशक्कत के बाद खोज पाया हूं। आप जरूर देखें धोबी घाट और बताएं कि डीवीडी वाली कहानी का क्या हुआ।
Wednesday, January 26, 2011
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